Wednesday, March 23, 2022

स्वच्छता पर कविता

 गांधीजी का सपना हो साकार 

                स्वच्छता हो हर घर आँगन द्वारा 

मिलकर हम चलाये यह अभियान 
                स्वच्छता से भारत हो महान 

रखे हम साफ-सफाई का ध्यान 
                 दूर सारे होंगे रोग व्याधि जान 

नदी, नाले,  तालाब में न गन्दगी होंगी 
                दुनिया में भारत की कभी निंदा न होंगी 

स्वच्छ पेय जल से बीमारियां न पास आएगी
                बाल मृत्यु दर में भी देखो कमी आएगी  

स्वच्छता और पोषण का है अटूट नाता 
        अस्वच्छता हो तो पोषण भी कुछ काम न आता 

बचपन से संस्कार डाले निज सफाई की 
              हाथ धोए खाने से पहले व शौच के बाद 

चलो अपनाए स्वच्छता का यह मूल मंत्र 
          दुनियां में  रोशन करे यह सफाई तंत्र 

 
स्वच्छता अभियान पर राजेश लाख द्वारा रचित